The OM Foundation

ॐ पत्रिका को शुभ कामना सन्देश

                                                                   शुभकामना संदेश

भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करने वाला एक महत्वपूर्ण मासिक पत्र है। इसके संस्थापक श्री गोरखनाथ नंदा जी हैं, संवर्धक श्री ब्रह्मानन्द जी नन्दा हैं। सम्भवतः पहले यह उर्दू भाषा में छपता था, जब भारत परतंत्र था। उस समय इस पत्र ने जन-मानस के अज्ञानान्धकार को मिटाने के लिए सूर्य के समान काम किया था।

नई पीढ़ी दिशाहीन होती जा रही है, अनेक मत-मतान्तर चल पड़े हैं, समाज गुमराह हो रहा है, अपनी भाषा, अपनी सभ्यता, रहन-सहन, रीति-रिवाज, पहनावा और पर्व, इन सबको नहीं भूलना चाहिए। इन सब बातों को मिलाने से किसी राष्ट्र की संस्कृति बना करती है। अपने पूर्वजों, बाप-दादाओं से चला आ रहा, जो मज़हब है उसे नहीं बदलना चाहिए। परम सत्य एक है, उसे विविध रूपों से कहा गया है, उस पर आस्था और विश्वास होना चाहिए, इन सब बातों की प्रेरणा इस पत्रिका से मिल सकती है। इसमें ऐसा सार मर्मित और सम्मोहक लेख हैं, कि मानव मन पर छाप छोड़ जाते हैं।

साज-सज्जा, सफाई और छपाई, सम्पादन कला सर्वोत्तम है। समाज को सही दिशा देने वाले इस ॐ पत्र का पुनःउत्थान हुआ है, यह जान कर प्रसन्नता हुई है। ज्ञान-संवर्धन के लिए इसका अनुशीलन करना चाहिए। सम्पादक सूर्य पुत्री रश्मि मल्होत्रा एवं सम्पादक मण्डल के प्रति नव-वर्ष के अवसर पर हमारी मंगलकामनाएं।

   स्व. आचार्य किशोरदास स्वामी विद्यावारिधि

                                                  पूर्व परमाध्यक्ष अखिल भारतीय स्वामी रामतीर्थ मिशन

                                                                                                     राजपुर, देहरादून

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