परीक्षाएँ कोई भी हों, अपने साथ तनाव लाती हैं। काँपीटीटिव परीक्षाओं में बच्चे अधिक तनाव महसूस करते हैं। भविष्य को लेकर चिंता, बढ़िया प्रदर्शन और माता-पिता की अपेक्षाओं के कारण तनाव होना स्वाभाविक है। लेकिन यह तनाव परीक्षा की तैयारी और बच्चों के आत्म-विश्वास के लिए घातक सिद्ध हो सकता है |
योग द्वारा हम इस तनाव से बच सकते हैं। तनाव परीक्षा का हो या जीवन में अन्य कोई तनाव हो, योग उसे कम करने में बहुत कारगर होता है। सर्वप्रथम ऐसे वक्त पर सूर्योदय के समय उठे। सूर्य नमस्कार जैसा योग आसन करें। उसके बाद नाड़ी शोधन प्राणायाम करें। किसी शांत स्थान पर बैठ कर ध्यान करें। ध्यान-योग को अपनी तैयारी में दवा की तरह उपयोग करें। किसी भी तैयारी को शुरु करने से पहले ध्यान तनाव को कम करता है और एकाग्रता शक्ति को बढ़ाता है। इससे मन की बेचैनी भी कम होती है।
ध्यान की सरल विधि है- साँसों को अन्दर-बाहर लेते-छोड़ते हुए उन पर ध्यान केन्द्रित कर लो। अर्थात् अपनी श्वसन प्रक्रिया पर ध्यान दो। जब हम तनाव में होते हैं तब हमारी साँसे तेज और छोटी-छोटी हो जाती हैं। और जब मन शांत होता है तब लंबी और धीमी हो जाती हैआप जितनी गहरी सांस लोगे, उतनी अधिक ऑक्सीजन अंदर लोगे। इससे मस्तिष्क को अधिक खुराक मिलेगी, क्षमता अधिक होगी और तनाव अपने आप कम हो जाएगा।
जाएगा। बच्चों पौष्टिक और हल्का खाना खाओ। ताजे फल, हरी सब्जियाँ और दूध अवश्य लो। बासी खाना और जंक फूड इत्यादि का परहेज करो। सबसे महत्वपूर्ण बात कि खुद पर विश्वास करो। आत्म-विश्वास सफलता की कुंजी है। तनाव दूर करने के लिए खेल भी बहुत लाभदायक सिद्ध होता है। खुली हवा में बेड-मिन्टन या टेनिस खेलें। मध्यम ध्वनि में सुरीला संगीत भी मन को शांत करता है और तनाव को दूर करने में सहायक होता है।