The OM Foundation

झुग्गी के बच्चों एवं माता-पिता को कोरोना वायरस से बचने के गुर सिखाए

बच्चों को नि:शुल्क मास्क एवं सैनिटाइजर बांटे
 भारत कोरोना के स्टेज 2 में पहुंच चुका है। देश में अब तक कोरोना से तीन मौतें भी हो चुकी हैं| कुल संक्रमितों की संख्या 150 को क्रॉस कर गई है। हर बीतते दिन के साथ देश की जनता में कोरोना की दहशत बढ़ती जा रही है। इसमें हमारे अधूरे ज्ञान का भी काफी योगदान है। अगर इस बीमारी पर तुरंत लगाम नहीं लगाई गई, तो बहुत जल्द यह महामारी की शक्ल अख्तियार कर लेगी। इससे बचने के लिए सबसे जरूरी कदम ये है कि बच्चों को कोरोना से बचने के बारे में जागरूक किया जाए। अगर बच्चे जागरूक हो गए तो वे अपने माता-पिता को भी जागरूक कर ही लेंगे।
ऐसे में सामाजिक संगठन ओम फाउंडेशन ट्रस्ट की अध्यक्षा सूर्यपुत्री रश्मि मल्होत्रा ने नारायणा विहार सेवा बस्ती में स्वचालित ओम पाठशाला के बच्चों एवं उनके माता-पिता को कोरोना से मुकाबले के टिप्स बताए। उन्होंने कहा, कोरोना से डरना नहीं है, बल्कि डटकर इसका मुकाबला कर इसे भगाना है। हर बच्चे को सैनिटाइजर एवं मास्क फ्री में देते हुए उन्होंने कहा कि वे अपने माता-पिता को हर दस मिनट पर हाथ धोने के लिए कहें। घर के बाहर अनावश्यक नहीं जाएं।बुजुर्गो को खास कर सावधानी बरतने की ज़रुरत है| यदि निकलना आवश्यक हो तो मास्क लगाकर ही निकलें। फ्री इसलिए क्योंकि बाजार में यह काफी महंगे दामों में मिल रहे हैं और यह गरीबों की पहुंच के बाहर है।
उन्होंने जागरुकता अभियान की जरूरत पर कहा कि चूंकि कोरोना की दवा उपलब्ध नहीं है, तो जागरुकता ही एकमात्र उपाय है इससे लडऩे का। और इसमें यदि बच्चों को जागरूक कर उन्हें मास्क, सैनिटाइजर फ्री में मुहैया करा दिया जाए तो कोरोना को हम स्टेज 2 पर ही रोककर खत्म कर सकते हैं। ओम पाठशाला की टीचर्स पूजा एवं मनीषा ने बताया कि पहले तो हम लोग भी काफी डरे हुए थे क्योंकि क्या करना है और क्या नहीं, इसके बारे में ज्यादा पता नहीं था। लेकिन मैडम के बताने पर अब हमलोग भी आश्वस्त हैं कि कारोना के खिलाफ लड़ाई जीती जा सकती है। सरकार की गाइडलाइन के मद्देनजर ओम पाठशाला भी 30 मार्च तक बंद कर दी गई है।
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